गार्फ्टेड बैंगन की फसल को रोगमुक्त रखने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
1. **गुणवत्तापूर्ण पौधे चुनें**
- बीजों और पौधों का चयन प्रमाणित स्रोत से करें।
- गार्फ्टिंग के दौरान स्वस्थ और रोगमुक्त मूल पौधे (rootstock) और कलम (scion) का उपयोग करें।
**मिट्टी की तैयारी और फसल चक्र**
- मिट्टी की जांच करवाकर उसमें पोषक तत्वों का संतुलन सुनिश्चित करें।
- मिट्टी में रोगजनकों को नष्ट करने के लिए सूर्यतापन (solarization) का उपयोग करें।
- फसल चक्र अपनाएं और बैंगन के साथ बार-बार एक ही खेत में सोलानेसी परिवार की फसलें न लगाएं।
3. **जल निकासी और सिंचाई प्रबंधन**
- खेत में जलभराव न होने दें।
- ड्रिप सिंचाई का उपयोग करें ताकि पत्तियां और तना सूखा रहें और फंगल रोगों का खतरा कम हो।
4. **संतुलित उर्वरक और जैविक उपाय**
- संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश का उपयोग करें।
- जैविक खाद और वर्मी-कम्पोस्ट का प्रयोग करें।
- ट्राइकोडर्मा, पेसिलोमाइसिस और अन्य जैविक एजेंट का उपयोग करें जो मिट्टी के रोगजनकों को नियंत्रित करते हैं।
### 5. **रोग और कीट नियंत्रण**
- **कीट नियंत्रण**:
- थ्रिप्स, सफेद मक्खी, और फली छेदक जैसे कीटों के लिए जैविक कीटनाशकों (नीम तेल, बायो-पेस्टीसाइड) का छिड़काव करें।
- **रोग नियंत्रण**:
- फफूंदजनित रोगों (जैसे फ्यूजेरियम विल्ट, ब्लाइट) के लिए कवकनाशकों का समय पर छिड़काव करें।
- बैक्टीरिया या विषाणुजनित रोगों से बचाव के लिए संक्रमित पौधों को हटाकर नष्ट करें।
- बीजोपचार करें और खेत में पौधों को उचित दूरी पर लगाएं।
### 6. **निराई-गुड़ाई और पौधों की देखभाल**
- खेत में नियमित निराई-गुड़ाई करें ताकि खरपतवार न उगें।
- पौधों को नियमित रूप से जांचें और शुरुआती चरण में ही किसी भी समस्या का समाधान करें।
### 7. **समय पर निगरानी**
- फसल की नियमित निगरानी करें। रोग और कीटों के लक्षण दिखने पर तुरंत प्रबंधन करें।
### 8. **प्राकृतिक सहयोगी**
- लेडीबर्ड और ट्राईकोग्रामा जैसे लाभकारी कीटों का संरक्षण करें।
- पंक्ति के आसपास गेंदा या तुलसी जैसे पौधे लगाकर कीटों को नियंत्रित करें।
इन उपायों का पालन करके आप गार्फ्टेड बैंगन की फसल को स्वस्थ और रोगमुक्त रख सकते हैं।
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